पठानकोट में ब्लू व्हेल चैलेंज गेम के चक्कर में फंसकर दो बार सुसाइड करने की कोशिश करने वाले छात्र का मामला सामने आया है। इसके बाद विद्यार्थियों को जागरूक इस गेम से दूर रखने के लिए लगातार जागरूकता सेमिनार लगाए जा रहे हैं। बुधवार को सीनियर सेकेंडरी केएफसी स्कूल पठानकोट में ब्लू व्हेल व लीगल लिटरेसी पर सेमिनार लगाया गया। स्कूल के ¨प्रसिपल वरिन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस सेमिनार में माननीय जज अमनदीप चाहल मुख्य मेहमान के रूप में पहुंची। जबकि पठानकोट सिविल अस्पताल की मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर सोनिया मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित हुई।
माननीय जज अमनदीप चाहल ने बच्चों को गलत वेबसाइट या फिर ब्लू व्हेल चैलेंज गेम जैसी घातक गेम से दूर रहने संबंधी प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को शारीरिक तथा मानसिक रूप से मजबूत होने के लिए लगन के साथ पढ़ाई करने के अतिरिक्त खेलों में अधिकतर भाग लेने, रोज सुबह योगा करने आदि के महत्वपूर्ण टिप्स दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने लीगल लिटरेसी के तहत महिलाओं के अधिकारों के अतिरिक्त चाइल्ड लीगल एड की नि:शुल्क कानूनी सेवाओं बारे भी बच्चों को विस्तार से जानकारी दी।
मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर सोनिया मिश्रा ने बच्चों को बताया कि अधिक देर तक मोबाइल या फिर कंप्यूटर चलाने से आप की आंखों की रोशनी व याददाश्त कमजोर हो सकती है। वहीं यदि कोई गलत वेबसाइट या फिर घातक गेम को खेल रहा है तो वह उसे तुरन्त खेलना छोड़ दे। उन्होंने सभी बच्चों को अपनी सभी बातें अपने माता-पिता से शेयर करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से उनके जीवन में कोई परेशानी नही आएगी।