पठानकोट में खैर तथा शीशम की कीमती लकड़ी चुराने वाला गिरोह गत एक वर्ष से सक्रिय है। ये शातिर तरीके से चोरी को अंजाम देते हैं। इनकी ओर से पहले दो से तीन बार सरकारी जंगलों के आसपास रैकी की जाती है और फिर रात को इलेक्ट्रानिक आरे की मदद से लकड़ी काट कर हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर में जाकर इसे बेच दिया जाता है। इस गिरोह के लगभग दस दिन पूर्व काबू किए गए एक आरोपित ने पुलिस के समक्ष माना है कि अधिकतर सदस्य हिमाचल प्रदेश के इंदौरा के रहने वाले हैं।
इस गिरोह द्वारा एक साल में धार, दुनेरा तथा मीरथल के सरकारी जंगलों में सेंध लगाकर कई बार वन्य संपदा को नुकसान पहुंचाया जा चुका है। इस गिरोह की जब वन अधिकारियों को सूचना मिली थी, तो उसके आधार पर उक्त गिरोह के सदस्य को काबू किया गया था।
इससे पहले पुलिस व वन विभाग ने लकड़ी चुराने वाले एक अन्य गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था। फिलहाल, इस गिरोह का सरगना फरार है। पुलिस द्वारा काबू आरोपित की जानकारी के आधार पर उन ठेकेदारों से भी पूछताछ की जा रही है, जिन्हें काटी गई लकड़ी बेची गई थी। इस बात की पुष्टि डीएफओ डा. संजीव तिवारी ने भी की है।
उन्होंने बताया है कि वन विभाग द्वारा लकड़ी की चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है और उनसे मुआवजा लिया जाता है। जो आरोपित ऐसा नहीं कर पाते हैं, उनके खिलाफ केस भी दर्ज किए जाते हैं।
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वन विभाग द्वारा पांच साल में की गई कार्रवाई
साल 2016-17
कुल केस-12 दर्ज
विभाग ने मुआवजा लिया-60340
कोर्ट में केस दायर किए-6 साल 2017-18
कुल केस-12 दर्ज
विभाग ने मुआवजा लिया-367080
कोर्ट में केस दायर किए-3 साल 2018-19
कुल केस दर्ज-11
विभाग ने मुआवजा लिया- 194840
कोर्ट में केस दायर किए-2 साल 2019-20
कुल केस दर्ज- 19
विभाग ने मुआवजा लिया-287700
कोर्ट में केस दायर-2 साल 2020-21
कुल केस दर्ज-21
मुआवजा लिया- 234530
कोर्ट में केस दायर-0
15 जनवरी को धरे थे छह आरोपित
लकड़ी चोरी के बारे में 15 जनवरी को भी छह आरोपित पकड़े गए थे। इनकी ओर से मीरथल एरिया के अतिरिक्त अन्य जंगलों की रैकी कर लाखों रुपये कीमत की लकड़ी चुराई गई थी। काबू किए गए आरोपितों की पहचान सुभाष सिंह, केवल सिंह, रविद्र सिंह, करनैल सिंह, कुलदीप सिंह व मक्खनदीन के रूप में हुई थी। पुलिस ने इनकी ओर से काटी गई खैर की लकड़ी भी बरामद की थी।
सरगना को काबू करने के लिए कर रहे दबिश : डीएफओ
डीएफओ डा. संजीव तिवारी ने बताया कि पुलिस के साथ वन विभाग की ओर से तीन टीमों का गठन किया गया है, जोकि अर्ध पहाड़ी एरिया, मीरथल तथा जिले के अन्य हिस्सों में स्थित जंगलों पर नजर रख रहे हैं। इस गिरोह के छह सदस्यों को खैर की लकड़ी के साथ कुछ दिन पहले ही काबू किया है। मौके पर गिरोह का सरगना फरार हो गया था। उन्होंने बताया कि उसे काबू करने के लिए हिमाचल में रेड की जा रही है। जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी काबू कर लिया जाएगा।