प्रदेशभर में कोरोना के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बाद 31 मार्च तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है। ऐसे में शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने ब्लाक व जिला स्तरीय टीम के साथ बैठक की और विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ जोड़े रखने के लिए आनलाइन कक्षाएं शुरू किए जाने की योजना बनाई। डीईओ सेकेंडरी वरिदर पराशर व जिला शिक्षा अधिकारी एलिमेंट्री बलदेव राज ने बताया कि जिले के समूह स्कूलों को जहां स्कूलों में कोरोना बचाव के निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है, वहीं वर्तमान हालातों के मद्देनजर विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी के लिए पढ़ाई के साथ जोड़े रखने के लिए भी कहा गया है। सरकारी स्कूलों के अध्यापकों की ओर से पिछले सेशन के दौरान स्कूलों की तालाबंदी के समय भी आनलाइन पढ़ाई शुरू की गई थी। सरकारी पाबंदियों के चलते अध्यापक और विद्यार्थियों का सीधा संपर्क समाप्त होने पर सरकारी स्कूलों के अध्यापकों की तरफ से एक बार फिर से आनलाइन पढ़ाई की शुरुआत करते बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों की जूम कक्षाएं शुरू की गई है। डिप्टी डीईओ राजेश्वर सलारिया ने कहा कि सरकारी स्कूलों के किसी भी विद्यार्थी की परीक्षा तैयारी प्रभावित नहीं होने दी जाएगी। आनलाइन पढ़ाई के लिए बारहवीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों को सरकार की तरफ से स्मार्ट मोबाइल फोन निश्शुल्क उपलब्ध करवाए गए हैं। दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को बड्डी ग्रुपों की मदद से शिक्षित किया जा रहा है। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल धारकलां के प्रिसिपल नसीब सिंह सैनी ने बताया कि उनके स्कूल अध्यापकों की तरफ से स्कूल समय की तरह ही आनलाइन टाइम टेबल बना कर जूम कक्षाएं लगाना शुरू कर दी है। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बधानी की प्रिसिपल रघुबीर कौर, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल घियाला की प्रिसिपल कमलदीप कौर, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल भोआ की प्रिसिपल भूपेंद्र कौर, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कौतरपुर के प्रिसिपल हरिद्र सिंह सैनी, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल जंगल के अध्यापक सिद्धार्थ चंद्र ने बताया कि उनके स्कूलों के अध्यापकों की तरफ से भी बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों की आनलाइन कक्षाएं शुरू कर दीं गई हैं।