रणजीत सागर बांध परियोजना को 10,200 करोड़ की आय

रणजीत सागर बांध परियोजना की 21वीं वर्षगांठ चीफ इंजीनियर एसके सलूजा की अध्यक्षता में धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर चंडीगढ़ से चीफ इंजीनियर डिजाइन एनके जैन और पावरकाम के डिप्टी चीफ इंजीनियर जगजीत सिंह विशेष रूप में उपस्थित हुए।

इस अवसर पर सबसे पहले बांध परियोजना के निर्माण में मारे गए 233 कर्मचारियों एवं मजदूरों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद उद्घाटन स्थल पर हवन एवं श्री सुखमणि साहिब का पाठ रख कर भोग डाला गया। इस अवसर पर ईरावती बंधन सोविनियर का विमोचन किया गया। इसके बाद अटूट लंगर बरता गया।

इस बारे में चीफ इंजीनियर सलूजा ने बताया कि 4 मार्च, 2001 को तत्कालीन भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रणजीत सागर बांध परियोजना को देश के लिए समर्पित किया था। इसके द्वारा 28 फरवरी, 2021 तक लगभग 31908 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हो चुका है। बांध परियोजना के निर्माण में 3800 करोड़ रुपये की लागत आई थी। बांध परियोजना द्वारा अपनी निर्माण लागत निकाल कर अब तक 10200 करोड़ रुपये की अधिक आय हो चुकी है। इसके इलावा बांध परियोजना द्वारा 12.28 अरब क्यूसिक मीटर पानी सिचाई के लिए छोड़ा गया है।

इस मौके पर चीफ इंजीनियर एसके सलूजा ने आने वाले समय में बांध परियोजना की खुशहाली के लिए प्रार्थना की और बांध परियोजना के अधिकारियों को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया। वहीं बांध परियोजना के सभी अधिकारियों को बधाई दी।

इस मौके पर एसई हेड क्वार्टर नरेश महाजन, एसई प्रबोध चंद्र, एसई जेपी सिंह, जगमीत सिंह, अनुराग ग्रोवर, एमएस गिल, लखविदर सिंह, कर्नल अनिल भट, सम्पूर्ण सिंह, जनक राज डोगरा, लखविदर सिंह, हर्षप्रीत सिंह, विक्रांत आनंद, सुरिदर कुमार, सुरजीत सिंह , जतिदर सैनी, सुखप्रीत, हरीष चंद्र, साहिल पठानिया, अमित सालारिया, अजय रामपाल, अभिषेक कुमार सैनी, सलविदर सिंह लाधूपूर, गुरविदर रंधावा, सुधीर शर्मा, हरीष कुमार सहित बांध परियोजना के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

न बुलाए जाने पर जताया रोष

रणजीत सागर बांध प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने परियोजना के निर्माण के दौरान मारे गए कर्मचारियों को श्रद्धांजलि भेंट की और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दी। मगर, दूसरी तरफ उक्त परिवारों व परियोजना के निर्माण के दौरान विकलांग हुए कर्मचारियों को उक्त कार्यक्रम में निमंत्रित नहीं किया गया। इस बारे में संबंधित परिवारों व विकलांग कर्मचारियों ने रोष भी व्यक्त किया है।

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