सिविल अस्पताल का शुक्रवार को विधायक अमित विज ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मनोचिकित्सक अपने कैबिन में नहीं थी। विधायक ने जब पूछताछ की तो लोगों ने बताया कि वे सुबह 10 बजे से चेकअप करवाने के लिए आए हैं, लेकिन अभी तक डाक्टर का कोई अता पता नहीं है। विधायक ने कहा कि उक्त डाक्टर के खिलाफ पहले भी कई बार शिकायत आ चुकी है। इसको लेकर मुख्यमंत्री व सेहत मंत्री को शिकायत भेजी गई है।
शुक्रवार सुबह सबसे अमित विज ने सिविल की ओपीडी जांची। उसके बाद मेल वार्ड, फीमेल वार्ड, जच्चा बच्चा वार्ड, जनरल लैब, आइसोलेशन वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, वैक्सीनेशन सेंटर, जनऔषधि सहित अलग-अलग वार्ड की स्थिति जांची। उन्होंने अस्पताल में आने वाले मरीजों से बातचीत कर सुविधा संबंधी जानकारी हासिल की और सब कुछ ठीक पाया गया। दवाइयों की बात करते कहा कि कुछेक मरीजों ने कहा कि कुछ दवाइयां बाहर की लिखकर दी जा रही है, लेकिन ज्यादातर मरीजों को अंदर ही दवाएं उपलब्ध हो जाती है।
जल्द कार्रवाई के लिए बोला जाएगा
विज ने कहा कि डाक्टर सोनिया मिश्रा की लेटलतीफी पाई गई है, उस संबंधी सीएम व हेल्थ मनिस्टर को कंपलेट लिखकर भेज दी गई है। इस शिकायत पर जल्द कार्रवाई करने के लिए भी बोला जाएगा। वहीं, सिविल अस्पताल में जो दूसरे मनोरोग चिकित्सक डाक्टर की दो दिन ड्यूटी है उसकी डयूटी तीन दिन बढ़ाने के लिए बोला जाएगा।
मैंने एसएमओ से सुबह छुट्टी मांग ली थी
मनोचिकित्सक रोग विशेषज्ञ डा. सोनिया मिश्रा ने कहा कि वह वीरवार से ही बीमार थी। शुक्रवार सुबह उल्टी होने पर उसने एसएमओ डा. राकेश सरपाल से फोन के जरिए छुट्टी ले ली थी। वह अपना कोविड टेस्ट करवाने के लिए सिर्फ अस्पताल आई थी। उसके बाद उन्होंने अपनी बीमारी संबंधी सभी रिपोर्ट भी विधायक अमित विज को दिखाई है और विधायक विज ने कहा कि ठीक है आप रेस्ट कीजिए।
किसी ने सूचित नहीं किया, अगर बताया होता तो दूसरे डाक्टर का प्रबंध जरूर करते
एसएमओ डा. राकेश सरपाल ने कहा कि उन्हें डाक्टर सोनिया मिश्रा द्वारा किसी भी तरह से कोई सूचित नहीं किया गया कि वह नहीं आएंगी या फिर वह थोड़ा लेट आएंगी। अगर ऐसा किसी बात संबंधी पता होता तो वह उनकी जगह किसी दूसरे डाक्टर की ड्यूटी लगाते और मरीजों को चेकअप करवाने के लिए किसी भी तरह की परेशानी न होती।
कोई भी डाक्टर एसएमओ को बताए बिना अपनी कुर्सी नहीं छोड़ेगा
अस्पताल की ओपीडी में कोई भी डाक्टर एसएमओ को बिना बताए अपनी कुर्सी छोड़ नहीं जाएगा। क्योंकि अगर किसी भी डाक्टर को लेट आना है या फिर कोई जरूरी काम है तो उसके बारे में एसएमओ को सूचित करें, ताकि उस डाक्टर की जगह दूसरे डाक्टर की तैनाती कर मरीजों को मूलभूत सुविधा दिलाई जाए। अगर, बिना बताए कोई भी डाक्टर जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
क्लेरिकल स्टाफ ने दिया विधायक को मांग पत्र
वहीं, दूसरी ओर धरने पर बैठा सेहत विभाग का क्लेरिकल स्टाफ ने विधायक अमित विज को अपनी समस्याओं प्रति अवगत करवाते हुए सरकार के नाम एक ज्ञापन सौंपा। विधायक विज ने आश्वासन दिलाया कि वह उनकी मांगों को सरकार तक जरूर पहुंचाएंगे।