शहर की सुरक्षा व सुंदरीकरण पर 3.26 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस धनराशि से जहां एक ओर काठ वाला पुल से लेकर सिबल चौक तक सीसीटीवी कैमरे लगाकर प्रत्येक वाहन पर नजर रखी जाएगी, वहीं हाई मास्क लाइट्स और ब्लकिग लाइट्स के साथ अन्य आधुनिक तकनीक से भी इस मार्ग को कवर किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की प्रक्रिया पूरा हो चुकी हैं। चुनाव आचार संहिता के हटते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।
प्रत्येक प्वाइंट पर लगाए जाएंगे तीन-तीन सीसीटीवी कैमरे
इस सारे मार्ग पर नगर निगम की ओर से छह प्वाइंटों को कवर किया गया है, जहां इन कैमरों को लगाया जाएगा। इसमें मुख्य तौर पर टैंक चौक, बस स्टैंड के बाहर, रेलवे स्टेशन के बाहर, वाल्मीकि चौक, सलारिया चौक तथा सिबंल चौक खास हैं। प्रत्येक प्वाइंट पर तीन-तीन कैमरे लगाए जाएंगे। इससे टैंक चौक से लेकर सिबंल चौक तक के सारे मार्ग को कवर किया जाएगा।
तीन सौ से लेकर चार सौ मीटर तक रख सकते है नजर
रोड पर लगाए जा रहे इन सीसीटीवी कैमरों की हाई डिफिशिएंसी चार सौ मीटर तक के मार्ग पर नजर रखी जा सकती हैं। वहीं दूसरी ओर इनमें एक माह तक का डाटा भी स्टोर करके देखा जा सकता है। इन कैमरों से जहां एक ओर बाजारों में चोरी इत्यादि की घटनाओं पर नजर रह सकेंगी
प्रतिदिन 70 हजार से अधिक गुजरते है वाहन
बेहद व्यस्त रहने वाले इस मार्ग से प्रतिदिन वाहनों का आवागमन काफी रहता है। इस मार्ग से प्रतिदिन 70 हजार से अधिक वाहन गुजरतें है जिनमें एक लाख के करीब लोग सफर करते हैं। हिमाचल प्रदेश को जाने वाले लोग अकसर ही इस मार्ग से होकर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं।
जिले की सुरक्षा को चाक चौबंद करने और छह मुख्य सड़कों को हाइटेक किए जाने की प्रक्रिया पर काम शुरू हो चुका है। दहशतगर्दों पर नजर रखने के लिए जहां 29 लाख रुपये खर्च कर जिले के पांच संवदेनशील प्वाइंटों को कवर करते हुए 24 आटोमैटिक नंबर प्लेट रीड कैमरे लगाए जाने के साथ अब तीन करोड़ 26 लाख रुपये से शहर की छह सड़कों को हाइटेक किया जाएगा। इन सड़कों पर हाई डिफिशिएंसी सीसीटीवी कैमरे, हाई मास्क लाइट्स और ब्लकिग लाइट्स सहित अन्य आधुनिक तकनीक से कवर किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से जहां एक ओर शहर के सुंदरीकरण को नया रूप मिलेगा, वहीं अकसर ही आतंकियों के निशाने पर रहने वाले शहर की सुरक्षा को चौतरफा कवच भी मिलेगा। जिले की सड़कों पर प्रतिदिन दो लाख से अधिक वाहनों का आवागमन होता है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद कोई भी दहशतगर्द किसी भी वारदात को अंजाम देकर आसानी से बाहर नहीं निकल पाएगा।
एसएसपी कार्यालय में रहेगा कंट्रोल रूम
इन कैमरों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह काफी दूरी से भी वाहनों की नंबर प्लेट स्कैन कर लेते हैं। इनका सारा कंट्रोल एसएसपी कार्यालय में रखा गया है, जहां इसके लिए अलग से एक कंट्रोल रूम रहेगा। 24 घंटों प्वाइंटों पर नजर रखने के लिए लाइव फीडिग एकत्र होगी जिसे कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों की ओर से अलग-अलग जगहों पर चार स्थानों पर एलईडी से शहर पर नजर रख सकेंगे।
जिले में रहेगी चौतरफा नजर
लगभग 29 लाख रुपये खर्च कर लगे इन कैमरों से संदिग्ध पर नजर रखने के लिए जिला पुलिस की ओर से बेहद हाई डिफिशिएंसी के कुल 24 के करीब सीसीटीवी कैमरे हैं। इनमें से तीन कैमरे नाका कथलौर, छह कैमरे बघरा चौक, तीन सीसीटीवी कैमरे नाका परमानंद, सात सीसीटीवी कैमरे चक्की पुल पठानकोट, पांच माधोपुर में लगाए गए हैं। इन सीसीटीवी कैमरों के अतिरिक्त इन्हीं नाकों पर अन्य कैमरे भी लगाए गए हैं, परंतु उनकी डिफिशिएंसी इन कैमरों की भांति नहीं है। वह सिर्फ आसपास पर नजर रखने के लिए ही हैं। आगामी दिनों में साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च होने के बाद लगाए जाने वाले सीसीटीवी कैमरों से टू-टायर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ जाएगी।
चुनाव अचार संहिता के हटते ही शुरु कर दिया जाएगा काम
निगम के सुपरिडेंटेंट इंजीनियर सुरजीत सिंह ने कहा कि जिले के चार चौकों पर सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए 3 करोड़ 26 लाख रुपये खर्च होंगे। इस पर कार्य की सारी प्रक्रिया पूरा हेा चुकी हैं। इससे सलारिया चौक, वाल्मीकि चौंक, काठ वाला पुल तथा सिबल चौक इत्यादि को कवर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव अचार संहिता के हटते ही इन पर काम शुरु कर दिया जाएगा।