कहावत है कि आसमान से गिरा, खजूर पर अटका, ऐसे ही शिमला पहाड़ी के सुंदरीकरण का काम है जो शुरू होता है और जल्द ही ठप हो जाता है।
गौर हो कि नगर निगम पठानकोट की ओर से विगत माह पूर्व करीब 14 लाख 61 हजार रुपये की लागत से शिमला पहाड़ी को खूबसूरत बनाने के लिए विकास कार्य शुरू किया गया था।
इसके तहत पहाड़ी पर पुरानी टाइलों को उखाड़कर अभी फिलहाल बंद पड़े फव्वारे के ईद-गिर्द नई टाइलें लगाई ही जा रही थी, कि यह काम किन्ही कारणों के चलते फिर से ठप हो गया।
निगम की तरफ से भी साफ-सफाई को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हालत यह हो गई कि अब पहाड़ी पर स्वच्छ वातावरण तलाश करने जाने वाले लोगों की तादात भी धीरे धीरे कम होने लगी है।
शिमला पहाड़ी होने वाले विकास कार्य
शिमला पहाड़ी पर निगम द्वारा शुरू किए जाने वाले विकास कार्य के तहत अम्ब्रेला साउंड कालम एचडी म्यूजिक सिस्टम लगाया जाना है।
साउंड सिस्टम लगते ही मधुर भजन पहाड़ी पर सुबह सायं सैर करने आने वाले लोगों को शांति प्रदान करेंगे। इसके अतिरिक्त चिल्ड्रन प्ले के तहत बच्चों के मनोरंजन के लिए रंग बिरंगे झूले लगाने की योजना है।
लोगों के पैरों को आराम पहुंचाने के लिए हरी हरी घास व फूलदार खुशबुदार पौधे लगाने की योजना है। कलरफुल लाइट शिमला पहाड़ी की सुंदरता को चार चांद लगाएगी।
शिमला पहाड़ी पर पैदल चलने के लिए फुटपाथ बनाया जाना और बंद पड़े फव्वारे की भी रिपेयर करवाने की निगम ने तैयारी कर रखी है।