श्रम कानून संशोधन के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियन और कर्मचारी संगठनों की सांझी एक्शन कमेटी के बैनर तले शुक्रवार को रोष मार्च निकाला। कामरेड अमरीक सिंह, विनोद कुमार, जसवंत सिंह संधू, ज्ञान चंद लूंबा और कामरेड रोशन लाल भगत की संयुक्त अध्यक्षता में सीटू, इंटक, बहुजन मजदूर यूनियन और सीटीयू पंजाब के सदस्यों ने भाग लिया। शहर के विभिन्न बाजारों से होते हुए डीसी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा। संयुक्त मोर्चा के ट्रेड यूनियनों के नेता कामरेड नत्था सिंह डडवाल, सत्य देव सैनी, केवल कालिया, डॉक्टर सुरिदर गिल, विजय कुमार व शिव कुमार ने कहा कि मोदी सरकार दूसरी बार मजदूरों को कुछ राहत देने के इरादे से काम करने की बात कही है। लेकिन, सत्ता में आने के बाद वह मजदूरों के हकों के लिए बने कानूनों को ही समाप्त करने पर तुली हुई है। मजदूरों को सुविधाएं देने की बजाय उन्हें मिल रही सुविधाओं को भी वापस लेना शुरू हो गई है। इस मौके पर इकबाल सिंह, सत प्रकाश हरबंस लाल, मास्टर प्रेम सागर, नंद लाल मेहरा, राम बिलास ठाकुर, विक्रमजीत सिंह, सोहन लाल, सुरिदर सिंह, देव राज और अन्य ने भी संबोधित किया।