पंजाब निर्माण मजदूर यूनियन जिला पठानकोट द्वारा लेबर विभाग के खिलाफ जिलाधीश कार्यालय के बाहर रोष धरना दिया गया। इस दौरान प्रधान तिलक राज जैणी व राम बिलास ने कहा कि पिछले एक वर्ष से रजिस्टर किएलाभपात्रियों की सुजानपुर कैंप, बलसुआ कैंप की कापियां अभी तक नहीं दी गई है। इसी प्रकार पिछले आठ महीने से रिन्यू के लिए भेजी कापियां भी अभी तक नहीं आई। निर्माण मजदूरों के बच्चों को मिलने वाले वजीफे की दस हजार के करीब एप्लीकेशन को भी अनदेखा किया गया है।
प्रांतीय महासचिव हरेंद्र ¨सह रंधावा ने कहा कि आज जब पंजाब के भीतर नेशनल सैंपल आफ सर्वे 2011-12 की रिपोर्ट मुताबिक निर्माण मजदूरों की पंजाबा में पहले 13 लाख 22 हजार संख्या थी, अब बढकर 15 लाख से भी अधिक हो चुकी है। आठ साल बीतने के बाद भी पंजाब बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड द्वारा 31 मार्च तक 5 लाख 79 हजार 763 मजदूरों को ही पंजीकृत किया गया है। इनमें से मजदूरों में जागृति न होने के कारण 2 लाख 67 हजार 436 कापियां रिन्यू करके भी खत्म कर दी गई है। उन्होंने कहा कि बोर्ड के पास करीब 12 करोड रुपये इकट्ठा हो चुका है। परंतु अभी तक मजदूरों को केवल 150 करोड़ रुपए ही बांटा गया है।
सीटीयू पंजाब के महासचिव नत्था ¨सह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी के नामपर निर्माण मजदूरों के सेस को खत्म करना बिल्कुल सहन नहीं किया जायेगा। इस दौरान उन्होने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि सारे देश भर में अभी तक जमा हुए फंड को ठीक ढंग से नही बांटा जा रहा। उन्होंने कहा कि सरकार मजदूरों की मुश्किलों को हल करने के बजाए टाल मटोल कर रही है। उन्होने कहा कि अभी तक 50 हजार के करीब मजदूर रजिस्टर करने वाला है, जिसे तुरंत रजिस्टर किया जाए।
नंद लाल मेहरा ने कहा कि बोर्ड सेहत शिक्षा की स्कीमों में बढोतरी कर लड़की की शगुन स्कीम को बढ़ाकर 51 हजार किया जाए। कामरेड शिवकुमार ने कहा कि मजदूरों की पेंशन कम से कम 4 हजार रुपए प्रति महीना व गैर हुनरमंद की दिहाड्ी 6 सौ रुपये प्रतिदिन की जानी चाहिए। इस मौके पर अवतार ¨सह, दलबीर ¨सह, सुरेंद्र कुमार, हरेंद्र ¨सह बिट्टू, बलकार चंद, सुखदेव ¨सह, मनोहर लाल, बलदेव राज, मंगल दास, प्यारा ¨सह, सोहन लाल, देव राज, नीलू राज, रघुवीर ¨सह, राजकुमार, यशपाल, मदन लाल, नवीन ¨सह भी थे।