नशा छुड़ाओ केन्द्र से भागे नाबालिग तथा फीमेल वार्ड के बाथरूम में महिला मरीज का वीडियो बनाने का मामला, सिविल का दौरा कर पुलिस ने मरीजों को कड़ी सुरक्षा दिलावाने का किया वायदा
पठानकोट सिविल अस्पताल के नशा छुड़ाओ केन्द्र से भागे नाबालिग तथा फीमेल वार्ड के बाथरूम में महिला मरीज का वीडियो बनाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन गंभीर हुआ है। पठानकोट के एसएसपी के दिशानिर्देशों अनुसार मंगलवार को स्थानीय पुलिस पुलिस थाना डिविजन नम्बर एक के प्रभारी ने अपनी टीम के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया है।
निरीक्षण में थाना प्रभारी इकबाल ¨सह व एएसआई बलविन्द्र ¨सह ने मरीजों को सुरक्षा प्रदान करवाने का अस्पताल प्रबंधन को भरोसा दिलवाया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल के नशा छुड़ाओ केन्द्र तथा अस्पताल में सिक्योरिटी बढ़ाने की जरूरत है। इसे ध्यान में रखते हुए यहां एक चौकी स्थापित करने की आवश्यक्ता है। वह इस निरीक्षण की रिपोर्ट शीघ्र ही पठानकोट के एसएसपी को करेंगे। आगे उनके जो भी निर्देश जारी होंगे उसी अनुसार पुलिस अपनी चौकसी बढ़ाएगी।
गौरतलब है कि रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि को पठानकोट सिविल अस्पताल के नशा छुड़ाओ केन्द्र में करीब पंद्रह दिन पहले भर्ती हुआ नाबालिग युवक अस्पताल के स्टाफ को बताए बिना सिक्योरिटी को चकमा देकर भाग गया था। अवरोल नगर निवासी नाबालिग युवक रजत के परिवार वालों को जैसे ही पता चला वह परेशान हो उठे थे।
इसी प्रकार सिविल अस्पताल के फीमेल वार्ड के शौचालय में शौच के लिए गई एक गर्भवती महिला मरीज की अशलील वीडियो बनाने का मामला सामने आया था। इन दोनों मामलों की जानकारी जब अस्पताल के एसएमओ डाक्टर भूपिन्द्र ¨सह ने एसएसपी पठानकोट को दी तो ,उन्होंने आज जांच के लिए पुलिस टीम को अस्पताल भेजा।
इस संबंधी जब सिविल अस्पताल के एसएमओ डाकटर भूपिन्द्र ¨सह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बीते कल घटित हुए उक्त दोनों मामलों को लेकर सेहत प्रशासन व पुलिस प्रशासन गंभीर है। दोनों विभागों की ओर से मिलकर अस्पताल के मरीजों को कड़ी सुरक्षा प्रदान करवाई जाएगी।
नशा मुक्ति केन्द्र में तैनात कर्मियों की ¨खचाई
नशा छुड़ाओ केन्द्र से भागे नाबालिग तथा फीमेल वार्ड के बाथरूम में महिला मरीज का वीडियो बनाने का मामले पर थाना डिविजन नम्बर एक के प्रभारी इकबाल ¨सह व सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर भूपिन्द्र ¨सह ने सेंटर में तैनात दोनों विभागों के कर्मियों की खूब क्लास ली।
पुलिस अधिकारियों ने जहां तैनात पुलिस कर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बताया वहीं एसएमओ ने स्टाफ को अपने मरीज के प्रति मुस्तैद न रहना बताया। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी कर्मी को अपनी ड्यूटी मुश्किल लग रही है तो वह अभी बता दें,उन्हें यहां से बदली कर दिया जाएगा।