सैकड़ों लोगों ने किया नमन

जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा क्षेत्र में पाक प्रशिक्षित आतंकियों से लड़ते हुए शहादत का जाम पीने वाले सिपाही संतोष ¨सह का चौथा श्रद्धांजलि समारोह अमर क्षत्रिय राजपूत सभा जम्मू कश्मीर के प्रधान कंवर नारायण ¨सह की अध्यक्षता में सीमावर्ती गांव जनियाल के सतगुरू पैलेस में आयोजित किया गया।

इसमें कठुआ के विधायक ठाकुर राजीव जसरोटिया बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। इनके अलावा शहीद के पिता ठाकुर तारा ¨सह, माता मधु अंदोत्रा,पत्नी अनु अंदोत्रा,भाई शुभदेव ¨सह व गगनदीप ¨सह, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र ¨सह विक्की, जिला एन.आर.आई सभा के प्रधान एन.पी.¨सह, बी.एस.एफ की कांशी बाड़वां पोस्ट के सहायक कमांडेंट राजूराम, कठुआ के पूर्व विधायक ठाकुर चरणजीत ¨सह, डी.एस.पी एस. सम्याल, विधानसभा क्षेत्र भोआ से कांग्रेसी प्रत्याशी जोगिन्द्र पाल आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अíपत किए।

समारोह में मुख्यातिथि विधायक राजीव जसरोटिया ने कहा कि शहीद राष्ट्र के सिरमौर होते हैं, इन जांबाजों के बलिदानों के सदके ही आजादी की गरिमा बरकरार है। उन्होंने कहा कि एक सैनिक के लिए राष्ट्र हित सर्वोपरि होता है।

इसकी सुरक्षा हेतु वह अपने परिवारिक संबंधों का परित्याग करते हुए अपने प्राणों की आहुति देकर देश की भावी पीढ़ी में देशभक्ति की अलख जगा जाता है। उन्होंने कहा कि वह शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए पूरा यत्न करेंगे। अमर क्षत्रिय राजपूत सभा जम्मू कश्मीर के प्रधान कंवर नारायण ¨सह ने कहा कि इन रणबांकुरों ने हमारे आने वाले कल के लिए अपना आज कुर्बान कर देश को जो बहुमूल्य आजादी दिलाई, उनकी शहादत का मोल कोई भी सरकार अदा नहीं कर सकती।

कुंवर रविन्द्र ¨सह विक्की ने कहा कि कश्मीर भारत का मुकुट है। मगर अफसोस आज यह मुकुट आतंकवाद की आग में झुलस रहा है। इस लिए इस आतंकवाद का फन कुचलने के लिए सरकार को ठोस नीति बनानी चाहिए, ताकि हमारे जांबाज सैनिकों की शहादतों का सिलसिला थम सके। इस अवसर पर मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित 15 अन्य शहीद परिवारों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सुरेन्द्र गुप्ता, कैप्टन जोगिन्द्र ¨सह, सुरिन्द्र महाजन, ठाकुर जगदेव ¨सह, इंस्पेक्टर सोमनाथ, सूबेदार शक्ति पठानियां, हंस राज, सरपंच ओंकार चंद, एएसआइ अरूण कुमार, सुरेन्द्र चौधरी, रिटा. इंस्पेक्ट सुखदेव ¨सह आदि उपस्थित थे।

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