पावरकॉम ने जिला के 11 सरकारी विभागों के बिजली कनेक्शन काटने की योजना तैयारी कर ली है। कारण, इन विभागों पर एक अरब से ज्यादा का बकाया हो चुका है। नगर निगम व ¨सचाई विभाग सहित बाकी बकाया धारकों को कई बार रिमाइंडर भेजा गया परंतु कोई लाभ नहीं हुआ। इसी बात को ध्यान में रखते हुए शहरी मंडल पठानकोट ने हायर अथॉरिटी को बकाया धारकों के कनेक्शन काटने के लिए लिखा है। अधिकारी हायर अथॉरिटी के जबाव का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
मंजूरी मिली तो अगले पंद्रह दिनों के भीतर सभी विभागों पर कार्रवाई होना निश्चित है। इस बात की पुष्टि पठानकोट पावरकॉम शहरी मंडल के एडिशनल एसई जसविन्द्र पाल ने की।
डीसी से भी की थी फरियाद, नहीं हुआ लाभ
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नगर निगम सहित सरकारी विभागों पर बकाया राशि एक अरब रुपये को क्रॉस कर जाने के बाद डीसी पठानकोट से भी फरियाद की थी। डिप्टी कमिश्नर ने पावरकॉम को यकीन दिलाया था कि एक माह के भीतर कोई न कोई हल हो जाएगा। लेकिन, दो माह का समय बीत जाने के बाद भी सरकारी विभागों ने अपना बकाया जमा नहीं करवाया। हालांकि, इस दौरान पावरकॉम ने अपने स्तर पर विभागों को दोबारा रिमाइंडर भी भेजा परंतु उसका कोई लाभ नहीं हुआ।
फरवरी में चलाया था सर्जिकल स्ट्राइक
फरवरी महीने में सरकारी विभागों पर बकाया राशि 1 अरब 5 लाख रुपए होने के बाद पावरकॉम ने सभी विभागों को दस दिनों के भीतर बकाया जमा करवाने के लिए कहा था। लेकिन, सभी विभागों ने इस पर चुप्पी साधे रखी जिसके बाद पावरकॉम ने सर्जीकल स्ट्राइक चलाते हुए विभागों के बिजली कनेक्शन काट दिए थे। पावरकॉम ने शहर के चार एरिया में नगर निगम की स्ट्रीट लाइट बंद करने के साथ-साथ दो वाटर सप्लाईयों के कनेक्शन काट दिए थे। इसके बाद पब्लिक हेल्थ की गांवों की 44 वाटर सप्लाइयां, पुलिस थानों के कनेक्शन तीन से चार दिनों तक कट कर दिए थे। फरवरी महीने में पानी की लागत ज्यादा न होने के कारण तो लोगों को इतनी समस्या नहीं आई परंतु अब यदि सर्जीकल स्ट्राइक होता है तो लोगों के लिए भारी परेशानियां पैदा हो जाएंगी।
तीनों सब डिवीजनों का कर्जदार है नगर निगम
ढांगू रोड स्थित पावरकॉम कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर निगम पर पर 15.22 करोड़ के करीब बकाया राशि स्टैंड कर रही है। जिसमें से ज्यादा नार्थ सब डिवीजन का सात करोड़ से अधिक का बकाया है जिसमें 4 करोड़ स्ट्रीट लाइटों और चार करोड़ वाटर सप्लाई व अन्य का बकाया है। साउथ सब डिवीजन का भी 6 करोड़ के करीब है। इसी प्रकार ईस्ट सब डिवीजन का 2.22 करोड़ रुपए का बकाया निगम पर चल रहा है। साउथ और ईस्ट सब डिवीजन की सारी राशि मेन वाटर सप्लाई का है।