केंद्रसरकार द्वारा बैंकिंग क्षेत्र में किए जा रहे नए नियमों के विरोध में ढांगू रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के सामने बैंक कर्मियों ने रोष प्रदर्शन किया। इसमें जिले के करीब 32 बैंक, 100 ब्रांच के 250 कर्मी शामिल हुए।
हड़ताल के दौरान काम होने से 32 करोड़ रुपए का लेनदेन प्रभावित हुआ है। हड़ताल में पठानकोट और आसपास के सभी बैंक शाखाओं के कर्मियों ने शामिल होकर केंद्र सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली। प्रदर्शन के दौरान एसबीआई ऑफिसर्स एसोसिएशन के सेक्रेटरी प्रदीप भारद्वाज और स्टाफ एसोसिएशन के सेक्रेटरी गौरव कपूर ने बताया कि बैंकों में विदेशी और देशी निवेश को मंजूरी दिए जाने के साथ आउटसोर्सिंग से काम करने को लेकर यूनियनों में रोष है। उन्होंने कहा कि 19 जुलाई को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रिपोर्ट पेश करते हुए विल फुल डिफाल्टर्स की लिस्ट जारी की थी। लेकिन जितने बही खाते एनपीए घोषित हुए, वह सभी कार्पोरेट घराने के हैं, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही बल्कि बैंक को निजीकरण की और धकेला जा रहा है। इस मौके पर गौरव कपूर, सतीश शर्मा, सुशांत, जीएस सारंगल, भारत भूषण, अरुण भोगल, गुलराज राय, एमएस चावला, सनी बट्ट, सुरजीत सिंह, अवतार कृष्ण, कमल कुमार, मनीष कुमार, महेश कुमार, अजय कुमार, रमेश, एके मितीला, सजीव हंस, बलवंत सिंह मौजूद रहे।
बैंक कर्मियों ने कहा केंद्र ने नीतियों में बदलाव नहीं किया तो वे संघर्ष तेज करेंगे।
बैंकिंग क्षेत्र में किए जा रहे नए नियमों का विरोध
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