प्रतिबंध के बावजूद पॉलीथिन का बढ़ता प्रयोग मानव के लिए घातक साबित हो रहा है क्योकि पॉलीथिन मनुष्य ही नहीं बल्कि पर्यावरण और पशुओं की भी दुश्मन है। पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगने के बावजूद भी अभी तक नगर निगम इसके प्रयोग को पूरी तरह से रोक नहीं पाई।
नगर निगम ने एक वर्ष पूर्व पॉलीथिन के खिलाफ मुहिम छेड़ते हुए विभिन्न दुकानों व रेहड़ियों पर छापामारी कर पॉलीथिन जब्त कर कार्रवाई करते हुए चालान भी काटे थे। इसके बाद दुकानदारों व अन्य लोगों ने पॉलीथिन का इस्तेमाल करवा बंद कर दिया था। जनवरी माह से बंद हुई इस मुहिम के साथ ही दुकानदारों व रेहड़ी वालों ने फिर से इसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। पॉलीथिन के दुष्परिणामों को जानते हुए भी लोग आज भी इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं। पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नगर निगम को फिर से इस मुहिम को शुरू करना चाहिए ताकि पर्यावरण के साथ-साथ मनुष्य और पशुओं को इससे होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।
विधायक अमित विज ने कहा कि पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बावजूद इसका इस्तेमाल ¨चता का विषय है। कई पशुओं की मृत्यु का कारण पॉलीथिन है तो पर्यावरण के असंतुलन में भी इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि पॉलीथिन को जब जलाया जाता है तो कई विषैले तत्व हवा में घुलकर इसे जहरीला बनाते हैं। जब पॉलीथिन को जमीन में दबाया जाता है तो ये कई सालों तक गलती नहीं है। इससे जमीन बंजर होती है। पॉलीथिन मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त हानिकारक है। पॉलीथिन के इन्ही दुष्परिणाम को देखते हुए लोगों को इसके प्रयोग को लेकर जागरूक होना होगा। वह पॉलीथिन की बिक्री व प्रयोग को रोकने के लिए अधिकारियों से बैठक भी करेंगे। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि लोग पॉलीथिन का प्रयोग छोड़कर कपड़े के थैले का प्रयोग करें। इसी प्रकार लोग कूड़े को खुले में फेंकने की बजाए डस्टबिन में डालें।
मुहिम शुरू कर विक्रेताओं पर होगी कार्रवाई
जो लोग पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बावजूद अभी भी इसकी बिक्री कर रहे हैं, नगर निगम उनपर सख्त कार्रवाई करेगी। शुरू में टीमें बनाकर इसकी बिक्री व इस्तेमाल कर रहे लोगों के चालान किए जाएंगे। इस बार पॉलीथिन की बिक्री करने वाले दुकानदारों को पकड़े जाने पर किसी भी प्रकार की कोई राहत नहीं दी जाएगी। मानसून शुरू होने से पहले पॉलीथिन का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करवाया जाएगा। क्योंकि जब यह पॉलीथिन नालियों व नालों में जमा हो कर इसे ब्लाक कर देता। जिससे जल भराव की स्थिति बनने का खतरा बना रहता है।
नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर एवं एसडीएम डॉ. अमित महाजन।
स्वच्छता अभियान के साथ जोड़ेगे पॉलीथिन मुहिम
पॉलीथिन के इस्तेमान को पूरी तरह से रोकने के लिए नगर निगम की ओर से स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत मुहित के साथ इस मुहित को जोड़ कर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इससे पॉलीथिन के इस्तेमाल को रोकने में बल मिलेगा। लोगों को जागरूक करने के लिए निगम की तरफ से जागरूकता सेमिनार भी लगाए जाएंगे ताकि पॉलीथिनकी बिक्री को रोका जा सके। पॉलीथिन मनुष्य ही नहीं बल्कि पर्यावरण के लिए भी घातक है, इस लिए पॉलीथिन के स्थान पर कागज और कपड़े की थैलियों के इस्तेमाल किया जाए। प्रतिबंध के बाद जो व्यक्ति पॉलीथिन का उपयोग कर रहे हैं। उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम, मेयर अनिल वासुदेवा।