नेशनल रेबीज कंट्रोल प्रोग्राम अधीन मंगलवार को सिविल अस्पताल एक दिवसीय ट्रे¨नग कैंप लगाया गया। यह कैंप सेहत व परिवार भलाई विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कांसरा की अध्यक्षता में जिले में बढ़ते हुए रेबीज मामलों की रोकथाम के उदेश्य से लगाया गया। कैंप में विभिन्न ब्लॉकों के रैबीज नोडल मेडिकल अफसर, फार्मासिस्ट व कंप्यूटर ऑपरेटरों ने भाग लिया।
इस मौके पर जिला एपीडिमोलोजिस्ट डॉ.सुनीता शर्मा ने बताया कि सेहत विभाग रेबीज (डॉग बाइट) के पीड़ित मरीजों के लिए नेशनल रेबीज कंट्रोल प्रोग्राम की शुरुआत करने जा रहा है।
इस अधीन जिला स्तर तथा ब्लॉक स्तर पर रेबीज के इलाज में एंटी रेबीज क्लीनिक खोले जाने हैं, जहां रेबीज का इलाज तथा टीकाकरण किया जाएगा ।
उन्होंने बताया कि यदि कोई रैबीज कुत्ता काट जाए तो जख्म को पानी में धोना नही चाहिए, कुत्ते द्वारा काटे जाने से जख्म को नंगी हाथ न लगाए जाए ,उसके ऊपर नमक,हल्दी,तेल, मिर्च आदि का इस्तेमाल न करें।
जितनी जल्दी हो सके मरीज को पास की सेहत संस्था में लेजाकर डॉक्टर से चेकअप करवाएं। उन्होंने मेडिकल ऑफिसर ,फार्मासिस्ट तथा कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ सरकार की ओर से जारी हुई नई गाइडलाइंस तथा फॉर्मेट बारे विस्तार में जल की तथा रेबीज के मामलों की समय पर रिपोर्टिंग करने की हिदायत भी जारी की ।
इस मौके पर गुरिन्द्र कौर, जिला बीसीसी अमनदीप, हेल्थ इंस्पेक्टर देवा आनंद, हेमंत शर्मा ,विपिन शर्मा आदि मौजूद थे।