स्वच्छ भारत, स्वस्थ्य भारत मिशन के तहत नगर निगम पठानकोट शहर में सफाई व्यवस्था के मामले में नंबर वन आने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है। निगम द्वारा शहर को साफ सुथरा रखने के लिए शुरू की गई मुहिम का जायजा लेने के लिए दिल्ली से एक टीम भी शुक्रवार को पठानकोट पहुंची। इस दौरान टीम के सदस्यों ने निगम सेनेटरी इंस्पेक्टरों को साथ लेकर शहर के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। इससे पूर्व टीम द्वारा निगम कार्यालय में सफाई व्यवस्था से संबंधित दस्तावेजों, शहर के किन किन हिस्सों में कितने सफाई कर्मी लगाए गए हैं, कितने वाहन, किस एरिया में कौन कौन कर्मचारी व अधिकारी तैनात हैं आदि की जांच की गई।
इन क्षेत्रों का किया टीम ने दौरा शुक्रवार सुबह दो सदस्यीय टीम में से एक सदस्य फील्ड में सेनेटरी इंस्पेक्टरों के साथ शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने गई तो टीम के दूसरे सदस्य ने कार्यालय में दस्तावेजों की जांच में जुटे।
दिल्ली से आई टीम ने शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, ढांगू पीर, शाहपुर चौक, पटेल चौक, सियाली कुलियां तथा गोपीपुर मोहल्ला में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। वह जिस एरिया में भी जाते थे, उसी एरिया के सेनेटरी इंस्पेक्टर को साथ ले जाते थे।
मीडिया से दूर रही टीम
स्वच्छता सर्वे के तहत टीम के साथ जैसे ही इस मिशन संबंधी बातचीत करनी चाही तो उन्होंने मीडिया से दूरी बना ली और इस संबंधी कुछ भी बात करने पर साफ इंकार कर दिया। बस इतना ही कहा कि हम जिस काम के लिए आए हैं उसे करेंगे और आगामी शहर की ओर लोट जाएंगे।
488 कर्मी लगे पठानकोट को चमकाने में
देशभर के पांच सौ शहरों में से सफाई व्यवस्था के मामले में पठानकोट को नंबर वन पर लाने के लिए जहां निगम दिन रात एक कर रहा है, वहीं पठानकोट को चका-चक्क चमकाने के लिए 488 सफाई कर्मचारी लगा रखे हैं। जिन पर सेनेटरी इंस्पेक्टरों तथा हेल्थ ऑफिसर भी निगाहें जमाएं हुए हैं।
इधर निगम हेल्थ अधिकारी डॉक्टर एनके ¨सह ने कहा कि हमारा मिशन पठानकोट को स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत मिशन के तहत नंबर वन पर लाना है। इसके अतिरिक्त हमारे ऑटो जहां से विभिन्न इलाकों से गंदगी को उठाने में लगे हैं, वहीं हुप्पर गाड़ी भी अनाउंसमेंट सिस्टम के साथ लोगों को सड़कों के किनारे कूड़ा न फेंकने के लिए जागरूक कर रही है। इस दौरान उन्होंने शहर वासियों से अपील की है कि वह शहर को साफ सुथरा बनाए रखने में निगम का सहयोग करें।