लोक निर्माण विभाग की ओर से भीमपुर के निकट निर्मित वैली ब्रिज ओवरलोड वाहनों के गुजरने से आखरी सांसे गिन रहा है। विभाग ने यदि इसे गंभीरता से नही लिया तो किसी क्षण भी यह पुल हादसा ग्रस्त हो सकता हैं, जबकि संबंधित विभाग आंखे मूंद बैठा है।
घरोटा-दीनानगर वाया जंगल भवानी के बीच चलती नहर अपर बारी दुआब के बूढ़े पुल के हादसा ग्रस्त होने के उपरान्त करीब 3 वर्ष पहले 50 गांव आपस में कट गए थे। एक वर्ष तक संपर्क टूटे रहने के उपरान्त गांवों के लोगों को जिला गुरदासपुर व पठानकोट के अतिरिक्त ब्लाक मुख्यालय से जोड़ने हेतु प्रशासन ने अस्थाई तौर पर वैली पुल का निर्माण करवाया था।
इससे लोगों को कुछ राहत मिली थी। लंबे अर्से से वैली ब्रिज की रिपेयर न होने व समर्था से अधिक ओवरलोड वाहनों के गुजरने से अब यह पुल जर्जर हुआ पडा है। इससे अनेकों प्लेटें उखड़ चुकी है। वही कई भारी वाहन गुजरने से नहर में गिर चुके हैं।
दयनीय स्थिति होने के चलते लोग आए दिन हादसा ग्रस्त हो रहे हैं। लोगों के कई बार आबाज बुलंद करने के उपरान्त समस्या का समाधान नही हो पाया।