मौसम के बिगड़ते मिजाज के कारण इस बार किसान सहमे हुए नजर आ रहे हैं। मई माह शुरू हो चुका है और अभी भी बादल आसमान में छाए हुए हैं।
पिछले दो सप्ताह से क्षेत्र में चल रही तेज हवाओं ने यहां लोगों का जीना मुश्किल कर रखा हैं, वहीं इन हवाओं के कारण बहुत से किसानों को पशुओं के लिए तूड़ी निकालने का कार्य करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं, क्योंकि हवाओं के कारण तूड़ी उड़ी रही हैं, वहीं आसमान में रोजाना किसानों के चेहरों पर ¨चता की लकीरें खींच रहे हैं।
किसान ओंकार ¨सह, हेतन काटल, रजीव जग्गी आदि का मानना हैं कि अभी किसानों की फसलें खेतों में हैं, ऐसे में आसमान में छाए बादलों से किसानों को डर लग रहा हैं कि कहीं उनकी फसल खराब न हो जाए।