मानवअधिकार मंच की बैठक जिला प्रधान राजा जुल्का की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने कहा कि शहर में हर जगह ऑटो चालक अपनी मनमर्जी से कहीं भी ऑटो खड़ा कर देते हैं। उन्होंने कहा कि अब ऑटो चालकों ने सिविल अस्पताल में मुख्य द्वार को भी नहीं छोड़ा जो वहां पर हर समय ऑटो से जाम लगा रहता है जिससे मरीजों को आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सवारी के चक्कर में ऑटो चालक अस्पताल गेट में ऑटो खड़ा कर देते हैं। वे अस्पताल आने और जाने वाली एम्बुलेंस को भी रास्ता नहीं देते। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि अस्पताल के बाहर ऑटो खड़ा करने संबंधी चालकों की मनमर्जी पर लगाम लगाने के लिए सख्ती बरती जाए। इस मौके पर रोहित महाजन, अश्वनी शर्मा, सुभाष चंद्र, मोहन लाल, आरटीआई चेयरमैन दीनानाथ और दीपक बब्बर भी मौजूद थे।
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