लोक निर्माण विभाग की ओर से गुलपुर चक्की खाल दरिया के घरोटा पुल पर 18 लाख रुपये खर्च करने के उपरान्त भी 6 महीने में ही खतरे के बादल पुल पर मंडराने लगे है। बिना योजनाबंदी से हुए क्रेट वर्क के चलते पानी का बहाव दो पिलरों की तरफ होने से पुल के लिए खतरा बढ़ गया है। उधर लोगों ने इसकी सुरक्षा हेतु उचित कदम उठाने व विजिलेंस जांच की मांग की है।
जानकारी अनुसार गुलपुर चक्की खाल दरिया का घरोटा कलां व खुर्द के बीच चलता यह पुल दर्जनों गांवों व किसानों के लिए वरदान हैं। कुछेक वर्षो से तेज पानी बहाव से पुल के पिलर के साथ अब कोठियां भी नंगी हो चुकी है। लोगों के आबाज बुंलद के उपरान्त मिले फंडों से करीब 6 महीने पहले कुछ कार्य हुआ था, जो बिना योजनांबदी व नान टेक्निकल तरीके से होने से जो पहले पानी 4-5 पिलर (कोठियों) के बीच गुजरता था वह अब 2 कोठियों के बीच गुजरने लगे हैं। इससे भूमि कटाव व पुल को और खतरा बढ़ गया है। यदि प्रशासन ने इसको संजीदगी से नहीं लिया तो पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है।
उधर कुलदीप ¨सह, सुभाष सलारिया, रछपाल ¨सह, दयाल ¨सह, सुभाष ¨सह, शक्ति ¨सह, जो¨गद्र ¨सह, बलदेव ¨सह, प्रकाश ¨सह, मोहन लाल इत्यादि ने लगे फंडों की उच्चस्तरीय जांच के अतिरिक्त पुल की सुरक्षा हेतु उचित कदम उठाने की मांग की हैं।
बता दें कि दरिया में 7200 क्यूसिक के करीब पानी सामान्य दिनों में चलता है, पहाडों में होती वर्षा व नलवा दरिया का पानी आने से इसमें 10000 क्यूसिक पानी अकसर चलता है। लंबे अर्से से बचाव प्रबंधों के न होने से स्थिति दयनीय हो चुकी है।
रिपोर्ट विभाग को भेजी गई : एसडीओ
उधर ¨सचाई विभाग के एसडीओ आरके पुंज से संपर्क करने पर उन्होने कहा कि विभाग व खोज संस्था ने संयुक्त दौरा कुछ सप्ताह पूर्व दौरा कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी।