गत दिवस पांच दिन तक में कमरे में कैद रही 85 वर्षीय महिला भगवती का हालचाल जानने के लिये आज निशुल्क कानूनी सेवाएं अथारिटी की महिला सदस्य पुलिस टीम के साथ उनके घर मीरपुर पहुंची। थाना डिवीजन नम्बर-2 के प्रभारी भारत भूषण तथा निशुल्क जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी की महिला सदस्य आशा भगत दोपहर इस महिला के घर पहुंची तथा उनकी ओर से महिला का हालचाल पूछा गया।
उनकी ओर से महिला को कोई मेडिकल ऐड अथवा सुरक्षा संबंधी भी पूछा गया परन्तु महिला भगवती ने बताया कि उसका बेटा जयवीर अब घर आ चुका है तथा उसे किसी प्रकार की कोई सुरक्षा की जरूरत नहीं है।
थाना डिवीजन नम्बर-2 के प्रभारी भारत भूषण ने महिला को कहा कि यदि उसे कोई भी परेशानी आए तो वह इस संबंधी पुलिस को जानकारी दे। जिला पुलिस प्रशासन उसकी हर तरह से मद्द करने को तैयार है।
मालूम हो कि गत दिवस 85 वर्षीय महिला भगवती के परिवार जनों को मथुरा (यूपी) पुलिस ने पठानकोट में रेड कर मीरपुर कालोनी से ज्वैलरी व नकदी चोरी के आरोप में पकड़ लिया था।
इस घटनाक्रम के बाद महिला का बेटा जयवीर अपनी वृद्ध मां को कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगाकर खुद मथुरा चला गया था। लोगों ने जब इस महिला को कमरे में देखा तो उनकी ओर से सुबह सायं दीवार फांद कर इस महिला को भोजन दिये जाने लगा। उनकी ओर से इस महिला को घर से बाहर निकाल किसी वृद्ध आश्रम में छोड़े जाने की बात कही गई थी।
परन्तु बाद में जब जिला पुलिस ने महिला के बेटे जयवीर से बात की तो उसने बताया कि वह मथुरा में अपने परिवार जनों की जमानत करवाने आया है।
जल्द ही वह वापस लौट आएगा। जयवीर ने पुलिस को बताया कि उसकी मां दिमागी रूप से विक्षिप्त है । इसलिये ही उसने मथुरा जाने से पहले घर के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया था ताकि उसकी मां कहीं बाहर न चली जाए।