अपने दो नन्हें बच्चों की तलाश में दर दर की ठोकरें खा रहे है बूढे मां-बाप। पठानकोट के विभिन्न हिस्सों में सड़कों की खाक छान रही यह वृद्ध दंपती जानकी दास आयु 55 वर्ष व उनकी धर्मपत्नी रीता देवी जो कि बचपन से ही आंखों की रोशनी से विहीन है।
ने बताया कि जिला जालंधर के रामगढ़ फिल्लौर निवासी है वह और उनकी बेटी लक्ष्मी 11 वर्षीय तथा बेटा 5 वर्षीय को साथ लेकर 28 मार्च को मां वैष्णों देवी यात्रा के लिए ट्रेन में रवाना हुए थे। लेकिन जैसे ही उनकी गाड़ी पठानकोट कैंट पहुंची तो देखा कि उनके दोनों बच्चे गायब हैं।
जिसकी तलाश के लिए वह जम्मू भी जाकर आये है लेकिन अभी तक उनके बच्चों का कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है। रो-रोकर तो अब इन बूढे मां-बाप की आंखों का पानी भी सूख चुका है। इस घटना की जानकारी उन्होंने चौकी रेलवे पुलिस पठानकोट को भी दे रखी है।
इस अवसर पर उनकी सभी लोगों से अपील है कि यदि उनके बच्चों का कहीं पर भी किसी को पता चले तो वह पठानकोट कैंट पुलिस के 94171-64193 व उनके 94174-64143 पर संपर्क कर जानकारी दें।