दस का सिक्का न लेने पर

सरना व आस-पास के क्षेत्र से संबंधित दुकानदारों की ओर से दस रुपए का सिक्का न लेने के विरोध में रविवार को लोगों ने रोष प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि दस रुपए का सिक्का भी भारतीय करंसी है जिसे लेने से कोई भी मना नहीं कर सकता।

ऐसा करने वालों के खिलाफ प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। गुस्साए हजारी लाल, यशपाल विक्की, नरेन्द्र ¨सह, सुरजीत ¨सह, मानव महाजन, उपिंद्र कुमार, बंटी बबलू, दीवान ¨सह, अतुल शर्मा, बलवंत ¨सह आदि ने कहा कि स्थानीय दुकानदार के पास यदि कोई व्यक्ति दस रुपए का सिक्का लेकर जाता है तो वह लेने से मना कर देते हैं। दुकानदार लोगों को दस रुपए का नोट लाने की बात करते हैं।

अगर कोई व्यक्ति उनसे दस का सिक्का क्यों नहीं लेने की बात का जबाव मांगते हैं तो वह उनसे आगे-पीछे चले जाने की बात करते हैं और लोग मजबूरी में वापस घर लौट आते हैं। हजारी लाल ने कहा कि जब सिक्का भारतीय करंसी है तो उसे न लेने की बात उनकी समझ से परे है।

नोटबंदी के कारण एक तो पहले ही लोगों को पैसों की भारी कमी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है ऊपर से रही सही कसर दुकानदार पूरी कर रहे हैं। लोगों ने जिलाधीश से मांग करते हुए कहा कि वह दुकानदारों के लिए आदेश जारी करें कि जो कोई भी दस रुपए का सिक्का नहीं लेता उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं अगर समस्या का दो दिनों के भीतर समाधान नहीं होता तो वह डीसी पठानकोट को इस संबंधी मांग पत्र भी सौंपेंगे।

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