संगरूर से सटे गांव सुलरघराट स्थित पटाखा गोदाम में मंगलवार रात्रि लगी आग से पांच लोगों की मौत होने के बाद भी जिला प्रशासन अभी तक नींद से नहीं जागा है।
शहर के बेहद तंग एमसी बाजार में आज भी सरेआम पटाखे बेचने का कारोबार जारी है। दुकानदारों ने दुकानों के बाहर पटाखे रखे गए हैं। ऐसे में भीड़ भरे इन बाजारों में लगे पटाखों को यदि आग लग जाती है तो बड़ा हादसा होने की प्रबल संभावना है।
हालांकि ये बात ध्यान रखना भी अत्यंत जरूरी है कि पठानकोट में हर साल अमृतसर, लुधियाना तथा जालंधर से ही पटाखा आता है। ये प्रक्रिया दशहरा के बाद शुरू होगी। दुकानदार भी इस पटाखे को दुकानों में रखने की बजाए, शहर के अलग-अलग जगहों पर बनाए गए गोदामों में ही रखते हैं तथा दीवाली से कुछ दिन पहले इन्हें जरूरत के हिसाब से दुकानों में लाकर बेचते हैं।