चार महीने के छोटे से अंतराल में एक बार फिर से संदिग्धों ने चोरी की गाड़ी के सहारे पाकिस्तान के साथ सटे बमियाल सेक्टर में घुसपैठ का सफल प्रयास किया और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रह गई। संदिग्ध पुलिस का नाका तोड़ कर सरेआम माकनपुर गांव तक चोरी की स्कार्पियो गाड़ी में पहुंचे और यहां खेतों में गाड़ी खड़ी करने के बाद भूमिगत हो गए। जिस जगह से गाड़ी बरामद हई उस प्वाइंट से पाकिस्तान की सीमा तीन किलोमीटर दूर है जबकि दूसरी तरफ कुल्शियां का जंगली एरिया है और इसके ठीक विपरीत का रास्ता जम्मू-कश्मीर की ओर जाने का है।
इस जगह से जम्मू-कश्मीर की सीमा लगभग बारह से तेरह किलोमीटर होगी। माकनपुर गांव के आस-पास चारों ओर मंड का जंगी एरिया है इस एरिया में वहीं व्यक्ति रात के वक्त छिप-छिपा कर निकल सकता है जो इसका अभ्यस्त हो। अतएव कहा जा सकता है कि लुटेरे इस एरिया में अकसर विचरण करते रहे हैं। कहने के लिए बार्डर पर बीएसएफ ने जहां थ्री-टायर सुरक्षा बंदो-बस्त कर रखे हैं वहीं पंजाब पुलिस ने भी अपने पूरे क्षेत्र को अपनी गहन निगरानी में रखा हुआ है।
पुलिस का दावा है कि उसकी तीसरी आंख के चलते चिड़ियां भी नहीं उड़ सकती। बावजूद इसके इस जंगली एरिया में तीन से चार संदिग्ध बड़े चैन से खप गए। पठानकोट के एसएसपी विवेक शील सोनी की देख-रेख में रात भर सर्च आपरेशन चलाया गया और यह आपरेशन बुधवार को दिन में भी तीन से चार बार चला। एसपी आपरेशन हिम पुष्प इस एरिया में चौबीस घंटे तैनात हैं। उन्हें पूरे एरिया का रोड मैप तैयार कर रखा है। अतएव ऐसे सभी स्थलों का निरीक्षण किया गया जहां संदिग्धों के छिपे होने की आशंका रही हो परंतु पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।
बहरहाल पुलिस के लिए यह बात चैन की है कि उसकी जांच में यह पाया जा रहा है कि संदिग्ध लुटेरे या तस्कर तो हो सकते हैं परंतु उनके आतंकी होने की आशंका नहीं है। ज्ञात रहे कि जम्मू-कश्मीर के सुपोल से दो गुज्जरों ने एक स्कार्पियो गाड़ी नंबर जेके-19 2787 छीनी कर उसकी नंबर प्लेट पीबी 06 ए 6508 लगा ली थी। इस गाड़ी को वह गुरदासपुर से क्रास करने लगे तो नाके पर पुलिस ने रोका। नाके से गाड़ी को भगा कर माकनपुर की ओर ले जाए। यहां गाड़ी को छोड़ कर वह भूमिगत हो गए। पुलिस बीती रात से ही इसकी पड़ताल में लगी हुई है।