ब्लाक नरोट जैमल ¨सह के गांव छोटा तलूर में 15 जून से पहले लगाई गई धान की फसल का जायजा लेने मौके पर पहुंची टीम बिना कारवाई किए वापस लौट गई। इससे शिकायतकर्ताओं में विभाग के प्रति रोष हैं।
गांव छोटा तलूर निवासी बलवीर ¨सह, द¨वद्र ¨सह सहित अन्यों ने बताया कि उन्होने कृषि विभाग के ब्लाक अफसर और कृषि विभाग के हलका इंचार्ज को लिखित शिकायत की थी, कि सरकार द्वारा धान की फसल की तय की गई 15 जून से पहले उनके गांव में कुछेक लोगों ने कथित तौर पर सरकारी निर्देशों को दरकिनार कर करीब तीन एकड़ में धान की फसल की बुआई की हैं, जिस पर रविवार को ब्लाक अफसर और हलका इंचार्ज कृषि विभाग अपनी टीम सहित गांव में पहुंचे और बिना धान की फसल को नष्ट किए वापस लौट गए, जिससे विभाग की भूमिका संदेह के घेरे में हैं और विभाग कुछ लोगों के दबाव में आकर काम कर रहा हैं।
बता दें कि सरकार की ओर से 15 जून तक धान की बुआई पर पाबंदी लगाई हुई हैं, जिसके चलते कृषि विभाग ऐसे लोगों की धान की फसल नष्ट करने की जिम्मेदारी निभा रहा हैं, जो लोग सरकार के निर्देश की अवहेलना कर रहे हैं, लेकिन गांव छोटा तलूर में विभाग विभाग द्वारा 15 जून से पहले लगाई जा चुकी धान की फसल को नष्ट करने की बजाए कुछ लोगों के दबाव में बिना कारवाई किए उलटे पांव वापस लौट जाना विभाग की भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा हैं।
इस मामले संबंधी जब मौके पर पहुंचे कृषि विभाग के हलका इंचार्ज ज¨तद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि जिस जमीन पर धान लगाया गया हैं, वह पानी की चपेट में आती हैं, मामले की रिपोर्ट तैयार कर जिला कृषि अधिकारी को देकर सोमवार तक आगामी कारवाई की जाएगी। उधर शिकायतकर्ता का कहना हैं कि अगर कृषि विभाग ने सोमवार तक कारवाई नहीं की तो इसकी शिकायत जिलाधीश पठानकोट से करेंगे।