जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में पिछले दिनों से हो रही बारिश के चलते सीमावर्ती क्षेत्र में बहता दरिया उज्ज उफान पर आ गया हैं। विभाग के मुताबिक दरिया का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच चुका हैं, अगर जम्मू-कश्मीर के ऊपरी हिस्से में आने वाले दिनों में भारी बारिश होती हैं, तो इसके कारण क्षेत्र में बाढ़ के हालात जैसी स्थिति बन सकती हैं। ड्रे¨नग विभाग के मुताबिक दरिया का जलस्तर 93000 क्यूसिक रिकॉर्ड किया गया हैं।
जबकि दरिया के पानी सहने की क्षमता एक लाख क्यूसिक हैं, इससे अधिक पानी आने पर पानी दरिया से बाहर निकलना शुरू हो जाता हैं और बाढ़ के हालात पैदा होने की संभावना बन जाती हैं।
जानकारी के मुताबिक दरिया का जलस्तर वीरवार रात्रि 12 बजे के करीब बढ़ गया, हालांकि किसी प्रकार का नुकसान होने की सूचना नहीं हैं, परंतु दरिया किनारे बैठे गुज्जर समुदाय के लोग दरिया में पानी की क्षमता बढ़ने की स्थिति में प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनते हुए परेशानी पैदा कर सकते हैं। दरिया में पानी का लेवल खतरे के निशान से मामूली पीछे पहुंच गया हैं।
अगर पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश होती हैं, तो इस दरिया का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचकर रौद्र रूप धारण कर सकता हैं, जिससे दरिया किनारे बसे गांवों में बाढ़ की संभावना बन सकती हैं। गांव सरोटा व कोट पट्टिया में भूमि कटाव जोरों पर हैं।