पंजाब रोडवेज की करीब दो सप्ताह से बंद पड़ी घरोटा-पठानकोट पेंडू बस को बहाल करवाने हेतु क्षेत्र के लोग सरगर्म हो गए हैं। इसी कड़ी के चलते वीरवार को क्षेत्रवासियों ने विधायक जो¨गद्र पाल को एक ज्ञापन सौंप कर समस्या के समाधान हेतु जल्द पग उठाने की गुहार लगाई है।
बस के बंद होने से 45 गांवों के लोग प्रभावित हुए हैं। इसको लेकर लोगों में विभागीय कार्यप्रणाली खिलाफ गहरा रोष व्याप्त है।
विधायक जो¨गद्र पाल को ज्ञापन सौंपते हुए समाज सेवक जो¨गद्र पठानिया ने बताया कि रोडवेज डिपो पठानकोट ने जिले में चार पेंडू बस शुरू की थी, जिनमें दो बसे भोआ हल्के मे चली थी। उनमें से एक पेंडू बस घरोटा-पठानकोट वाया मिर्जापुर, पंजूपुर, धीरा शुरू हुई थी।
इस बस से दर्जनों गांवो के छात्रों, कर्मचारियों व अन्य सवारियों को काफी राहत मिली थी। लोगों ने विधायक को बताया कि रोडवेज अधिकारियों की लापरवाही के चलते तीन महीने में टाइम टेबल सेट नहीं किया। इसके बाबजूद भी घरोटा-पठानकोट वाया धीरा, अकालगढ़, पंजूपुर रूट पर चलनी वाली यह बस जिले को चल रही अन्य बसें की उपेक्षा लाभ में चल रही थी। रूट रिसीट भी इसकी बढि़या चल रही थी। इसके बावजूद भी रोडवेज अधिकारियों ने इसे बंद करने का फरमान जारी कर दिया। समाज सेवक वरियाम चंद ने कहा कि बसों को अन्य शहरों में शिफ्ट कर दिया हैं।
इसका खमियाजा भोआ हल्के के अतिरिक्त पठानकोट विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों को भुगतना पड़ रहा हैं।
Very bad news .Why punjab roadways worker not work properly. Please take action against them..