अस्पताल प्रबंधन पर भारी पड़ रही फार्मासिस्ट

काहनूवान बेट क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों को सेहत सुविधा देने के लिए निर्माण किया गया सरकारी अस्पताल भैणी मीयां खां सेहत सुविधाओं की कमी के कारण अक्सर की चर्चा में रहता है।

सेहत सुविधाओं को बेहतर बनाने बनाने तथा रात के समय इमरजेंसी की स्थिति के लिए किसी डॉक्टर की पक्के तौर पर ड्यूटी लगाने की मांग को लेकर क्षेत्र के समाज सेवी संगठनों का एक शिष्टमंडल मास्टर गुरनाम ¨सह तथा मनजीत ¨सह रियाड़ के नेतृत्व में सरकारी अस्पताल के एसएमओ मलकीत राम को मिला।

इमरजेंसी सेवाओं के लिए डॉक्टर की हो तैनाती : शिष्टमंडल
क्षेत्र के लोगों के शिष्टमंडल की ओर से सेहत मंत्री तथा जिला प्रशासन से मांग की गई तो बेट क्षेत्र के गांवों के लिए निर्माण किए गए अस्पताल में रात के समय इमरजेंसी सेवाओं के लिए डॉक्टर की ड्यूटी को हर हाल में यकीनी बनाया जाए, ताकि रात के समय आने वाले मरीजों को किसी भी तरह की कोई परेशानी पेश न आए।

डॉक्टर की रिहायश पर कब्जे के कारण इमरजेंसी में ड्यूटी नहीं लगा सकते : एसएमओ
एसएमओ मलकीत राम ने कहा कि रात के समय डॉक्टर की ड्यूटी लगाने के लिए अस्पताल में डॉक्टर की रिहायश का होना जरूरी है, लेकिन सरकारी अस्पताल में एमओ डॉक्टर की रिहायशी कोठी पर अस्पताल की एक फार्मासिस्ट का कब्जा है।

उन्होंने बताया कि रात की ड्यूटी देने के लिए उनके पास डॉक्टर भी मौजूद है। अस्पताल में तैनात मेडिकल डॉक्टरों की ओर से उन्हें लिखित तौर पर कहा गया है, लेकिन एमओ की कोठी पर काबिज फार्मासिस्ट किसी भी कीमत पर यह रिहायश छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंधी वह लिखित शिकायत पत्र अपने उच्च अधिकारियों तथा डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर को भेज चुके है।

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