शहर के सरकारी काॅलेज काे जीएनडीयू की मंजूरी, फर्स्ट समेस्टर की एडमिशन आज से

शहरके सरकारी काॅलेज में आज से एडमिशन शुरू हो रही है। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) प्रबंधन को पठानकोट में काॅलेज चलाने की मंजूरी मिल गई है।

जीएनडीयू काॅलेज के नाम से शुरू हो रहे कालेज की पहली प्रिंसिपल निर्मल पांधी होंगी। सरकार से यूनिवर्सिटी को काॅलेज चलाने की क्लीयरेंस मिलने के बाद बुधवार से कॉलेज में एडमिशन शुरू हो जाएंगे। स्टूडेंट्स 11 जुलाई तक बिना लेट फीस के साथ एडमिशन ले सकेंगे। इसके बाद जुर्माने के साथ फीस वसूल की जाएगी।

13.50 करोड़ की लागत से तैयार पठानकोट काॅलेज को गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) अमृतसर की ओर से चलाया जाएगा। विधायक अश्विनी शर्मा ने दावा किया था कि इसी सेशन से काॅलेज में एडमिशन शुरू करा देंगे। इसे लेकर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डाॅ. अजायब सिंह बराड़ ने सरकार को लैटर भी लिखा था।

काॅलेज की बिल्डिंग में 10-10 क्लास रूम बने हैं। इसमें 6 साइंस और दो कंप्यूटर लैब बनाई गई हैं। साथ ही 500 स्टूडेंट्स की कैपेसिटी का हाल बनाया गया है।

^कॉलेज का पूरा स्टाफ बुधवार से चार्ज संभाल लेगा। कक्षाएं अगस्त में शुरू होंगी। निर्मलपांधी, कॉलेज की पहली प्रिंसिपल

^काॅलेज को जीएनडीयू प्रबंधन चलाएगा, इसके लिए सरकार ने क्लीयरेंस दे दी है। बुधवार से बीए, बी कॉम और बीएससी के छात्र कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं। डाॅ.शरणजीत ढिल्लों, रजिस्ट्रार, जीएनडीयू।

काॅलेज की बिल्डिंग में 10-10 क्लास रूम हैं। इसमें 6 साइंस लैब और दो कंप्यूटर लैब बनाई गई है। सेमिनार के लिए 500 स्टूडेंट्स की कैपेसिटी का हाल बनाया गया है। पढ़ाई के लिए अलग से लाइब्रेरी भी बनाई गई है।

लोगों की मांग पर 8 नवंबर 2014 को डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने बिल्डिंग का नींव पत्थर रखा था और यह डेढ़ साल में बनकर तैयार हुई है। लोगों का कहना है कि कॉलेज खुलने से शहर की चिरलंबित मांग पूरी हुई है।

कॉलेज में इसके लिए 11 जुलाई तक बिना लेट फीस के दाखिले होंगे। 12 से 19 जुलाई तक 50 रुपए लेट फीस और 20 जुलाई से 4 अगस्त तक 100 रुपए फीस के साथ दाखिला लिया जा सकेगा। 5 से 11 अगस्त तक वाइस चांसलर की अनुमति से 1 हजार रुपए लेट फीस के साथ एडमिशन होंगे। उसके बाद 12 से 17 अगस्त तक सिंडीकेट की मंजूरी के बाद 5 हजार रुपए लेट फीस के साथ एडमिशन लिया जा सकेगा।

पठानकोट कालेज में बीए आर्ट्स, काॅमर्स और बीएससी स्ट्रीम में पहले साल अनलिमिटेड सीटें रखी गई हैं। इस पर जिले के छात्रों ने खुशी जािहर की है। शहरवासी डॉ. नवनीत कुमार शर्मा, अनुराधा पुंज, अक्षय कुमार शर्मा, शिखा शर्मा, देविका, पुरुषोत्तम महाजन का कहना है कि लंबे समय की मांग अब पूरी हो रही है। शहर में सरकारी कॉलेज में कक्षाएं शुरू होने संे हजारों स्टूडेंट्स को लाभ होगा और कम खर्चे पर वे उच्च शिक्षा हासिल कर सकेंगे।

SOURCE: goo.gl/zqi6aO

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *