Pathankot City
सिविल अस्पताल पठानकोट में तीसरे चरण के चलते बुजुर्गो की कोरोना वैक्सीनेशन शुरू कर दी गई है। दो दिन में मात्र 20 बुजुर्गो ने ही टीकाकरण करवाया है। इस दौरान देखने में आया कि पुलिस कर्मियों की वैक्सीनेशन कमरे के बाहर बड़ी संख्या होने के कारण बुजुर्गो को कमरे में जाने नहीं दिया जा रहा है। इस दौरान एक साथ पांच से सात पुलिस कर्मी कमरे में दाखिल हो जाते हैं और बुजुर्ग फिर वहीं का वहीं खड़ा रह जाता है। ऐसे में बुजुर्गो को टीकाकरण करवाने में एक घंटे तक का समय लग रहा है। इससे वैक्सीनेशन कमरे में बैठा स्टाफ भी परेशान हो रहा है। ऐसे में अस्पताल प्रशासन सब कुछ देखते हुए भी अनजान बन रहा है। इस दौरान कोई भी बड़ा सेहत अधिकारी मौके पर स्थिति का जायजा लेने के लिए नहीं पहुंचा। लोग टीका लगवाने के लिए धक्के पे धक्का दे रहे हैं। ऐसे में बुजुर्गो की स्थिति चिताजनक बनी हुई है।
मंगलवार को सिविल अस्पताल में दूसरे दिन सात बुजुर्गो सहित 109 लोगों ने टीकाकरण करवाया है। इन सभी की रजिस्ट्रेशन मौके पर करके वैक्सीनेशन की गई है। सभी बुजुर्गो ने आधे घंटा वेटिग एरिया में रुक कर पहली डोज का सुरक्षित प्रमाण पत्र हासिल किया है। इसी तरह घरोटा में 11 लोगों व बुंगल बधानी में 32 लोगों का टीकाकरण हुआ है।
एक घंटा सर्वर रहा बंद
मंगलवार को वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद करीब एक घंटे तक सर्वर बंद रहा। इसके बाद जब सर्वर शुरू हुआ तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई। जिसके बाद बुजुर्गो ने काफी मुश्किल से अपनी वैक्सीनेशन करवाई।
एक घंटे बाद आई बारी
माडल टाउन निवासी 72 वर्षीय कमला कुमारी ने बताया कि वह सुबह ही वैक्सीनेशन के लिए अस्पताल आ गई थी और करीब एक घंटा खड़ा होना पड़ा। उसके बाद वैक्सीनेशन रूम में पहुंचकर टीकाकरण करवाया। अस्पताल प्रबंधन की ओर से अलग-अलग लाइनें बनवानी चाहिए, ताकि सभी की रूटीनवाइज बारी आए। ऐसे में भीड़ किसी को वैक्सीनेशन करवाने नहीं दे रही है।
अपनी बारी के अनुसार करवाएं टीकाकरण
एसएमओ डा. राकेश सरपाल ने कहा कि लोगों को ऐसे में वैक्सीनेशन कमरे के बाहर भीड़ एकत्रित नहीं करनी चाहिए। सभी को अपनी बारी के अनुसार ही टीकाकरण करवाना चाहिए। ऐसे भीड़ एकत्रित होने से संक्रमण कम नहीं होगा बल्कि बढ़ेगा। इसलिए लोगों से अपील है कि कोविड नियमों का पालन किया जाए।
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